AMCA: भारत का स्वदेशी स्टील्थ फाइटर, वायुसेना का भविष्य

AMCA: भारत का स्वदेशी स्टील्थ फाइटर, वायुसेना का भविष्य
AMCA: भारत का स्वदेशी स्टील्थ फाइटर

भारतीय वायु सेना (IAF) अपनी लड़ाकू क्षमताओं में एक बड़ी छलांग लगाने के कगार पर है, और इसका कारण है एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) – भारत का पहला स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ लड़ाकू विमान। AMCA कार्यक्रम भारत की रक्षा प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह विमान भारत को उन चुनिंदा देशों की श्रेणी में ले जाएगा, जो अत्याधुनिक स्टील्थ लड़ाकू विमान बनाने में सक्षम हैं। यह लेख AMCA के डिजाइन, क्षमताओं, विकास प्रगति और रणनीतिक महत्व पर विस्तार से चर्चा करता है।


AMCA कार्यक्रम का संक्षिप्त परिचय

AMCA एक ट्विन-इंजन, मल्टीरोल स्टील्थ लड़ाकू विमान है, जिसे एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और अन्य भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठनों के सहयोग से विकसित किया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य एक अत्याधुनिक लड़ाकू प्लेटफॉर्म तैयार करना है, जो उच्च स्तर की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम कर सके, दुश्मन के रडार से बच सके और अद्वितीय गतिशीलता और जीवित रहने की क्षमता के साथ सटीक हमले कर सके।

AMCA को IAF के पुराने हो चुके मिराज 2000, जगुआर और मिग-29 विमानों को प्रतिस्थापित करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह सुखोई Su-30MKI और जल्द ही शामिल होने वाले डसॉल्ट राफेल विमानों के साथ मिलकर भारत की वायु रक्षा की रीढ़ बनेगा। अपनी उन्नत स्टील्थ विशेषताओं, सुपरक्रूज क्षमता और नेटवर्क-केंद्रित युद्ध प्रणालियों के साथ, AMCA आने वाले दशकों में भारत की वायु शक्ति का प्रतीक बनने के लिए तैयार है।


डिजाइन और स्टील्थ विशेषताएं

AMCA का डिजाइन भारत की एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में बढ़ती विशेषज्ञता को दर्शाता है। विमान का एयरोडायनामिक प्रोफाइल कम रडार परावर्तन (लो ऑब्जर्वेबिलिटी) के लिए अनुकूलित है, जो 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की पहचान है। इसकी प्रमुख स्टील्थ विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

AMCA डिजाइन
AMCA डिजाइन
  1. रडार-अवशोषित सामग्री (RAM): AMCA के एयरफ्रेम पर उन्नत कंपोजिट और रडार-अवशोषित सामग्री का उपयोग किया गया है, जो इसके रडार क्रॉस-सेक्शन (RCS) को कम करता है और दुश्मन के रडार सिस्टम के लिए इसे पकड़ना मुश्किल बनाता है।
  2. आंतरिक हथियार बे: स्टील्थ प्रोफाइल को बनाए रखने के लिए, AMCA अपने प्राथमिक हथियारों को आंतरिक रूप से ले जाएगा। स्टील्थ की कम आवश्यकता वाले मिशनों के लिए बाहरी हार्डपॉइंट्स भी उपलब्ध होंगे।
  3. सर्पेन्टाइन एयर इंटेक्स: इंजन के एयर इंटेक्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह कंप्रेसर ब्लेड को रडार तरंगों से बचाता है, जिससे विमान की पहचान और मुश्किल हो जाती है।
  4. झुके हुए वर्टिकल स्टेबिलाइजर्स: AMCA के दोनों पूंछ के पंखों को रडार सिग्नल को स्रोत से दूर भेजने के लिए डिजाइन किया गया है, जो इसकी स्टील्थ क्षमता को और बढ़ाता है।

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प्रदर्शन और क्षमताएं

AMCA को हवा से हवा में मार करने वाले (एयर-टू-एयर) और हवा से जमीन पर हमला करने वाले (एयर-टू-ग्राउंड) दोनों मिशनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी प्रमुख क्षमताएं निम्नलिखित हैं:

  1. सुपरक्रूज: AMCA बिना एफ्टरबर्नर के सुपरसोनिक गति से उड़ान भरने में सक्षम होगा, जिसे सुपरक्रूज कहा जाता है। यह विशेषता इसे कम ईंधन खपत के साथ लंबी दूरी तय करने में सक्षम बनाएगी।
  2. थ्रस्ट वेक्टरिंग: विमान में थ्रस्ट वेक्टरिंग नोजल्स होंगे, जो इसे असाधारण गतिशीलता प्रदान करेंगे और हवाई लड़ाई में दुश्मनों से आगे निकलने में मदद करेंगे।
  3. उन्नत एवियोनिक्स: AMCA में AESA (एक्टिव इलेक्ट्रॉनिक स्कैन्ड ऐरे) रडार, इन्फ्रारेड सर्च एंड ट्रैक (IRST) सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर (EW) क्षमताओं सहित एक परिष्कृत एवियोनिक्स सूट शामिल होगा। ये सिस्टम विमान को एक साथ कई लक्ष्यों का पता लगाने, ट्रैक करने और उन पर हमला करने में सक्षम बनाएंगे।
  4. नेटवर्क-केंद्रित युद्ध प्रणाली: AMCA को भारत की नेटवर्क-केंद्रित युद्ध प्रणाली में पूरी तरह से एकीकृत किया जाएगा, जो इसे अन्य विमानों, जमीनी बलों और नौसेना इकाइयों के साथ वास्तविक समय में डेटा साझा करने की अनुमति देगा।
  5. हथियार प्रणाली: AMCA में बीवीआर (बियॉन्ड-विजुअल-रेंज) मिसाइलों, सटीक निर्देशित मुनिशन और स्टैंडऑफ हथियारों सहित विविध प्रकार के हथियार होंगे।

इंजन विकास

AMCA कार्यक्रम का सबसे महत्वपूर्ण पहलू इसका इंजन विकास है। शुरुआत में, विमान को जनरल इलेक्ट्रिक F414 इंजन से संचालित किया जाएगा, जो तेजस Mk2 में भी उपयोग किया जाता है। हालांकि, भारत गैस टर्बाइन रिसर्च एस्टैब्लिशमेंट (GTRE) के माध्यम से एक स्वदेशी इंजन विकसित कर रहा है। इसका लक्ष्य 110 kN थ्रस्ट वाला टर्बोफैन इंजन बनाना है, जो AMCA Mk2 वेरिएंट को शक्ति प्रदान करेगा।

AMCA इंजन विकास
AMCA इंजन विकास

विकास समयरेखा और वर्तमान स्थिति

AMCA कार्यक्रम ने अपनी शुरुआत के बाद से महत्वपूर्ण प्रगति की है। प्रारंभिक डिजाइन चरण पूरा हो चुका है, और क्रिटिकल डिजाइन रिव्यू (CDR) चल रहा है। पहले प्रोटोटाइप के 2025 तक तैयार होने की उम्मीद है, और पहली उड़ान परीक्षण 2026-27 में हो सकती है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो AMCA 2030 के दशक की शुरुआत में उत्पादन में जा सकता है।


रणनीतिक महत्व

AMCA सिर्फ एक लड़ाकू विमान नहीं है; यह भारत की बढ़ती तकनीकी क्षमता और रणनीतिक स्वायत्तता का प्रतीक है। इसके विकास से भारत को विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता कम करने, रक्षा आयात पर खर्च को कम करने और एक मजबूत एयरोस्पेस इकोसिस्टम बनाने में मदद मिलेगी।


निष्कर्ष

एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) भारत की रक्षा क्षमताओं में एक बड़ा कदम है। यह विमान न केवल भारत की वायु रक्षा को मजबूत करेगा, बल्कि यह भारत के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और रक्षा कर्मियों की प्रतिभा और दृढ़ संकल्प का प्रतीक भी बनेगा। भविष्य की आकाशगंगा निश्चित रूप से AMCA की होगी।

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